जयपुर/टोंक : राजस्थान के टोंक में थप्पड़ कांड से चर्चित नरेश मीणा को आखिर 8 महीने बाद जमानत मिल गई है। नगरफोर्ट पुलिस थाने में 13 नवंबर की रात हिंसा और आगजनी से जुड़े मामले में शुक्रवार को हाई कोर्ट ने नरेश मीणा को बड़ी राहत दी है। नरेश की जमानत याचिका मंजूर होने के बाद अब उनके बाहर निकलने का रास्ता साफ हो गया है। इससे पहले नरेश की समरावता हिंसा मामले को लेकर दो बार जमानत याचिका खारिज हो चुकी थी। इधर, नरेश को जमानत मिलने की सूचना से उनके प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई हैं।
8 महीने बाद जाकर नरेश मीणा के बाहर निकलने का रास्ता साफ
उपचुनाव के दिन 13 नवम्बर 2024 को हुए थप्पड़ कांड से सुर्खियों में आए नरेश मीणा बीते 8 महीने से टोंक जेल में बंद थे। इस दौरान समरावता हिंसा मामले में उनकी दो बार जमानत याचिका खारिज हुई। हालांकि एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में उनको राहत देते हुए जमानत अर्जी स्वीकार की गई थी। इधर, हाई कोर्ट ने शुक्रवार को नरेश मीणा को बड़ी राहत दी। इसके तहत नगर फोर्ट पुलिस थाने की एफआईआर संख्या 167/24 में नरेश की जमानत याचिका को स्वीकार कर लिया है। इसके बाद अब नरेश के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो चुका है। नरेश की जमानत के लिए अधिवक्ता फतेह राम मीणा ने पैरवी की।
नरेश मीणा के थप्पड़ कांड और समरावता हिंसा का यह पूरा मामला
बता दें कि राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर पिछले साल नवंबर महीने में उपचुनाव हुए। इस दौरान 13 नवंबर 2024 को देवली उनियारा विधानसभा के उपचुनाव के दौरान समरावता गांव के ग्रामीणों की मांगों को लेकर ग्रामीणों ने वोटिंग का बहिष्कार किया। इस दौरान कथित तौर पर आरोप है कि वहां तैनात मालपुरा के एसडीएम अमित चैधरी ने लोगों पर दबाव बनाकर उनसे वोटिंग करवाई। इस घटना के विरोध में नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद 13 नवंबर की रात को जब पुलिस नरेश मीणा को गिरफ्तार करने गई, तो समरवता गांव में जमकर हिंसा और आगजनी की घटना हुई। इसको लेकर नरेश मीणा पर मामले दर्ज किए गए थे। दूसरे दिन 14 नवंबर को नरेश मीणा को पुलिस ने भारी पुलिस जाब्ते के साथ गिरफ्तार कर लिया, तब से नरेश जेल में बंद थे।
समर्थकों ने 20 जुलाई को विधानसभा घेराव की दी थी चेतावनी
बता दें कि 8 महीने से नरेश मीणा की जमानत याचिका स्वीकार नहीं होने पर उनके प्रशंसक काफी नाराज थे। इसके चलते बीते दिनों नरेश के समर्थक मनोज मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जयपुर में 20 जुलाई से बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी थी। जिसमें विधानसभा का घेराव करना भी प्रस्तावित था। इधर, नरेश की जमानत याचिका स्वीकार होने के बाद उनके प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई हैं।
मनीष बागड़ी, Chief Editor
पॉलिटिकल आर्टिकल्स लिखना पसंद है, पत्रकारिता में 20 वर्ष से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में नवभारत टाइम्स (NBT) में 'स्टेट पॉलिटिकल आर्टिकल्स' लिखता हूं, पत्रकारिता के इस सफर में राजस्थान पत्रिका, A1टीवी, न्यूज़ इंडिया, हर खबर न्यूज़ चैनल जैसी न्यूज़ प्लेटफार्म पर भी कार्य किया है।
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