टोंक हिजाब विवाद को लेकर कांग्रेस-बीजेपी क्यों हुए आमने सामने, अब एडीएम ने दिए मामले की जांच के आदेश

टोंक हिजाब विवाद को लेकर कांग्रेस-बीजेपी क्यों हुए आमने सामने, अब एडीएम ने दिए मामले की जांच के आदेश
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Tonk Hijab controversy टोंक (रवि सैनी) : राजस्थान के टोंक के जनाना अस्पताल में हिजाब विवाद ने जमकर तूल पकड़ लिया। इस टोंक हिजाब विवाद को लेकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों एक दूसरे के विरोध में खड़े हो गए है। एक लेडी डॉक्टर और इंटर्नशिप स्टूडेंट के बीच हिजाब को लेकर विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सोमवार को बीजेपी भी खुलकर डॉ बिंदु गुप्ता के समर्थन में खड़ी नजर आई। इस दौरान टोंक जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल से बीजेपी जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में बीजेपी के कार्यकर्ता मिले और ज्ञापन दिया। इसके टोंक एडीएम ने मामले की जांच के निर्देश भी दे दिए है।

राजनीतिक रोटियां नहीं सेंकने देंगे

दरअसल, जनाना अस्पताल की लेड़ी डाॅक्टर और छात्रा के बीच हिजाब को लेकर विवाद हुआ था। इसमें डाॅक्टर ने छात्रा को ड्यूटी के दौरान हिजाब नहीं पहनने की सलाह दी। इस पर छात्रा ने इस घटना का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसको लेकर मुस्लिम संगठन और कांग्रेस विरोध में आ गई। वहीं, बीजेपी ने निशाना साधते हुए कहा कि इसमें इंटर्नशिप छात्रा ओर कुछ कांग्रेसी नेता राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते है, जो नही होने दिया जाएगा। वहीं बीजेपी ने सरकारी अस्पताल में धर्म और आस्था के नाम पर राजनीति नही होने देने और सरकारी नियमों की कठोरता से पालना करवाने की मांग भी उठाई है। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रवीर सिंह चैहान, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पराना, ओम पांडे, शैलेन्द्र चैधरी, विष्णु शर्मा, देवराज गुर्जर, मनीष सिसोदिया, पंकज पहाड़िया, गणेश सैनी, नीलिमा सिंह आमेरा, बिना छामुनिया, अंजलि गुप्ता समेत बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

हिजाब को लेकर लेडी डॉक्टर और इंटर्न छात्रा के बीच यह विवाद

दरअसल, यह वायरल वीडियो जनाना अस्पताल का बताया गया है, जो करीब 2 मिनट 21 सेकंड का है। इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जनाना हॉस्पिटल की एक लेडी डॉक्टर और इंटर्न छात्रा के बीच बहस हो रही है। लेडी डॉक्टर कह रही है कि ड्यूटी के दौरान हिजाब नहीं पहनना चाहिए। अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों का चेहरा मरीज को साफ-साफ दिखना चाहिए। इससे उन्हें पता रहे कि किस कर्मचारियों ने उन्हें इंजेक्शन लगाया है। इस पर छात्रा जवाब देती है कि मैं ड्यूटी पर आते ही चेहरा दिखा दूंगी। मेरा पहचान पत्र है और क्या चाहिए। छात्रा ने हिजाब में ही ड्यूटी करने की बात कही।

कांग्रेस और मुस्लिम संगठनों ने पीएमओ से की थी मामले की शिकायत

वीडियो वायरल होने के बाद मुस्लिम संगठन और कांग्रेस इसके विरोध में उतर गए हैं। इसको लेकर उन्होंने पीएमओ से मिलकर महिला डॉक्टर की शिकायत की है। डॉक्टर विनोद परवेरिया से मुलाकात कर डॉक्टर के खिलाफ विभागीय जांच की कार्रवाई की मांग की है। इधर, महिला चिकित्सक का कहना है कि उन्होंने केवल छात्रा को इसलिए हिजाब नहीं पहनने के लिए कहा, क्योंकि अस्पताल में जो मरीज आते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि उन्हें इंजेक्शन या ड्रिप कौन चढ़ा रहा है? उन्होंने कहा कि अस्पताल में और भी छात्राएं आती है, लेकिन वह हिजाब पहन कर ड्यूटी नहीं करती है।

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मनीष बागड़ी, Chief Editor

पॉलिटिकल आर्टिकल्स लिखना पसंद है, पत्रकारिता में 20 वर्ष से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में नवभारत टाइम्स (NBT) में 'स्टेट पॉलिटिकल आर्टिकल्स' लिखता हूं, पत्रकारिता के इस सफर में राजस्थान पत्रिका, A1टीवी, न्यूज़ इंडिया, Network 10, हर खबर न्यूज़ चैनल, दैनिक रिपोर्टर्स.com जैसे न्यूज़ प्लेटफार्म पर भी कार्य किया है। Follow us - www.thepoliticaltimes.live
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