Bisalpur Dam : गेट खोलने का फैसला क्यों बदला, जानें वजह

Bisalpur Dam :  गेट खोलने का फैसला क्यों बदला, जानें वजह
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अंतिम समय में बीसलपुर बांध के गेट खोलने को लेकर क्यों बदला निर्णय? जानिए इस रिपोर्ट में गेट नहीं खोलने की बड़ी वजह

मनीष बागड़ी/रवि सैनी

जयपुर/टोंक : राजधानी की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध के गेट खुलने के लिए अभी और इंतजार करना होगा। बीसलपुर बांध में पानी की आवक भले ही लगातार जारी है, लेकिन अभी तक बांध पूर्ण भराव क्षमता के करीब नहीं पहुंचा है। लिहाजा बीसलपुर बांध के गेट खोले जाने के लेने को फिलहाल स्थगित कर दिया है। बता दें कि सिंचाई मंत्री सुरेश सिंह रावत मंगलवार को सुबह 10 बजे बांध का गेट खोलने जा रहे थे।

पूर्ण भराव क्षमता के करीब नहीं पहुंचा बांध, तो कैसे खुलेंगे गेट?

बांध की पूर्ण भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है, लेकिन मंगलवार सुबह 6 बजे के कंट्रोल रूम के आंकड़ों के अनुसार बांध का जलस्तर अभी 315.32 आरएल मीटर पहुंचा है, यानी अभी भी पूर्ण भराव क्षमता से बांध में 18 सेमी पानी कम है। वहीं त्रिवेणी पुलिया पर 3.20 मीटर पानी का ही गेज चल रहा है। इस स्थिति में 18 सेमी पानी में अभी समय लगेगा। लिहाजा जब तक बीसलपुर बांध का जलस्तर 315.50 आरएल मीटर के करीब नहीं पहुंचता है, तब तक बांध के गेट नहीं खोले जाते हैं। इसके अलावा यह भी देखा जाएगा कि त्रिवेणी पुलिया पर बनास नदी का कितना गेज चल रहा है और कितने पानी की आवक हो रही है?

प्रशासन की तैयारी रह गई धरी की धरी

बीसलपुर बांध के गेट खोलने को लेकर बांध प्रशासन ने लगभग तैयारी पूरी कर ली थी। सिंचाई मंत्री सुरेश सिंह रावत के बीसलपुर बांध पहुंचकर मंगलवार सुबह 10 बजे गेट खोलने की खबरें चल रही थी, लेकिन बताया जा रहा है कि अब यह कार्यक्रम स्थगित हो गया है। बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में फैलाव होने के कारण अब जितना भी बनास नदी का पानी आ रहा है, वह इस फैलाव में समाता जा रहा है। इसके कारण अब बांध का जलस्तर धीमी गति से बढ़ने लगा है। ऐसे में पूर्ण भराव क्षमता के करीब नहीं पहुंचने के कारण बांध के गेट खोलने का निर्णय फिलहाल टाल दिया गया है।

बीसलपुर बांध के गेट खोलने के पीछे यूं समझिए गणित

बांध में 315 आरएल मीटर तक तो पानी का जलस्तर तेजी से बढ़ता है, लेकिन इसके बाद बीसलपुर बांध का कैचमेंट एरिया समुद्र की तरह चैड़ा हो जाता है, ऐसी स्थिति में बीसलपुर बांध में आने वाली बनास नदी का पानी इस फैलाव में समाता जाता है। जिसके कारण यह तो प्रतीत होता है कि बांध में पानी आ रहा है, लेकिन बांध का जल स्तर एक-एक सेंटीमीटर बढ़ने लगता है। इस स्थिति में यदि बारिश का दौर कमजोर है और पानी की आवक ज्यादा नहीं है, तो बांध पूरा भरने में हांफ सा जाता है। बीसलपुर बांध के इतिहास के अनुसार जब तक यह पूर्ण भराव क्षमता की करीब नहीं पहुंचता है, उससे पहले कभी भी गेट नहीं खोले गए हैं।

 

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मनीष बागड़ी, Chief Editor

पॉलिटिकल आर्टिकल्स लिखना पसंद है, पत्रकारिता में 20 वर्ष से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में नवभारत टाइम्स (NBT) में 'स्टेट पॉलिटिकल आर्टिकल्स' लिखता हूं, पत्रकारिता के इस सफर में राजस्थान पत्रिका, A1टीवी, न्यूज़ इंडिया, Network 10, हर खबर न्यूज़ चैनल, दैनिक रिपोर्टर्स.com जैसे न्यूज़ प्लेटफार्म पर भी कार्य किया है। Follow us - www.thepoliticaltimes.live
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