Ajmer News : टोंक, भीलवाड़ा और नागौर से भारी पुलिस जाब्ता अचानक पहुंचा अजमेर! फिर अजमेर में शुरू की बड़ी कार्रवाई, जानिए पूरा मामला

दिनेश गहलोत
अजमेर: राजस्थान के अजमेर में शनिवार को उस समय शहर में हलचल मच गई। जब टोंक, भीलवाड़ा और नागौर से पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता अजमेर पहुंचा। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। दरअसल, यह कार्रवाई अजमेर के दरगाह के समीप तारागढ़ जाने वाले पैदल रास्ते पर वन विभाग की भूमि पर हुए अतिक्रमण से जुड़ी हुई है, जहां बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की ओर मेगा ऑपरेशन चला कर कच्ची और पक्की दुकानों को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इधर, इस कार्रवाई से शहर में चर्चा है।
तारागढ़ जाने वाले रास्ते पर वन विभाग की भूमि पर अतिक्रमण
शहर के तारागढ़ जाने वाले रास्ते पर वन विभाग की भूमि पर काफी समय से लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। इसको लेकर अतिक्रमियों को कई बार नोटिस भी दिए गए, लेकिन अतिक्रमण नहीं हटाया गया। इधर, एडिशनल एसपी ने बताया कि तारागढ़ स्थित वन विभाग क्षेत्र में जो अतिक्रमण किया गया है उसे शनिवार को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले उन लोगों को पूर्व में नोटिस दिए जा चुके थे। इस दौरान वन विभाग की टीम ने कोर्ट से स्टे वाली दुकानों को चिन्हित किया है, इन्हें कार्रवाई से मुक्त रखा जाएगा। अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान यहां बैरिकेड लगाकर रास्ते को रोका गया है।
भारी मात्रा में पुलिस जाब्ता देखकर शहर वासी भी हैरान
इधर, जिला प्रशासन ने अतिक्रमण नहीं हटाने की स्थिति के बाद पुलिस प्रशासन को वहां कार्रवाई करने निर्देश दिए है। इस पर अजमेर रेंज आईजी के निर्देश अजमेर पुलिस के अलावा टोंक, भीलवाड़ा और नागौर सहित जिलों से पुलिस जाब्ता पहुंचा। अचानक शहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को देखकर शहरवासी भी हैरान हो गए, लोग इसको लेकर चर्चा करने लगे। बाद मेें जब पुलिस ने तारागढ़ जाने वाले मार्ग पर कार्रवाई की, तब जाकर माजरा समझ में आया।
268 अवैध रूप से बनी कच्ची पक्की दुकानें चिन्हित
बताया जा रहा कि इस रास्ते से आने जाने वाले जायरिनों को लेकर भी ध्यान रखा गया है। वन विभाग ने तारागढ़ पैदल रास्ते से मीठा नीम दरगाह व तारागढ़ से बड़ा पीर दरगाह रोड तक वन भूमि पर करीब 268 अवैध रूप से बनी कच्ची पक्की दुकानें चिन्हित की गई है। इन्हें पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में तोड़ने का काम किया जा रहा है। इधर, धार्मिक स्थान पर किसी प्रकार का कोई नुकसान न पहुंचे इसको लेकर भी खास ध्यान रखा गया है। बता दें कि अतिक्रमण हटाने के मौके पर 700 से अधिक पुलिसकर्मी, 250 अन्य कार्मिक और 150 से अधिक मजदूर कार्रवाई में लगे हुए है।