मध्यप्रदेश के दम्पति की बच्ची की मौत, तो SDM बने देवदूत, अब हो रही है तारीफ
टोंक (रवि सैनी) : राजस्थान के टोंक में गुरुवार को जनाना अस्पताल में एक दिल को झकझोर देने वाला नजारा देखने को मिला। इस दौरान बाबा रामदेव के जा रही दम्पति के बच्ची की निमोनिया से मौत हो गई। इसके बाद मध्य प्रदेश के श्योपुर निवासी पीड़ित माता-पिता के पास अपने बच्ची को वापस ले जाने के लिए पैसे नहीं थे। इसके कारण महिला अस्पताल की सीढ़िया पर करीब 1 घंटे तक रोती रही रही। बाद में टोंक एसडीएम हुक्मीचंद ने मानवता दिखाते हुए तुरंत प्रभाव से पीड़ित माता-पिता को अपने बच्ची के साथ एमपी भिजवाने के लिए एम्बुलेंस से भिजवाई।

बाबा रामदेव की जा रहे दम्पति के साथ हुआ यह हादसा
दरअसल, मध्य प्रदेश के श्योपुर निवासी दंपति जुगराज और संपू बाइक पर बाबा रामदेव के दर्शनों के लिए जा रहे थे। इस बीच उनकी अढ़ाई साल की बच्ची रिया की अचानक तबीयत खराब हो गई। इस दौरान उनियारा में भर्ती कराया गया। इसके बाद बच्ची को टोंक के जनाना अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि बच्ची को निमोनिया था। इसके कारण उसकी मौत हो गई, लेकिन अब अपनी बच्ची को वापस मध्य प्रदेश ले जाने के लिए दंपति के पास पैसे नहीं थे। इससे दुखी होकर पीड़ित महिला रोने लगी। इसको देखकर आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई। बाद में कुछ लोगों ने पीड़ित दंपति की कुछ नगदी देकर मदद की।
एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद एंबुलेंस भेजी गई
इधर, घटना को लेकर टोंक SDM हुक्मीचंद के के पास मामले की जानकारी पहुंची। इस दौरान एसडीएम टोडारायसिंह में सीएम के कार्यक्रम को लेकर मीटिंग में थे, लेकिन उन्होंने मानवता दिखाते हुए काफी व्यस्त होने के बाद भी पीएमओ को जनाना अस्पताल भिजवाया और निजी एंबुलेंस भेज कर दंपति मध्य प्रदेश भिजवाने की व्यवस्था करवाई। इस दौरान एसडीएम हुक्मीचंद की तत्परता को लेकर अब लोगों में काफी चर्चा हो रही है। लोग उनके इस कार्य की सराहना कर रहे हैं।
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