Naresh Meena : नरेश मीणा के उग्र स्वभाव ने बढ़ाई मुसीबत, नरेश को फिर जाना पड़ा जेल, जानिए पूरा मामला

झालावाड़ : राजस्थान के टोंक में हुए थप्पड़ कांड के बाद 8 महीने के अंतराल में जाकर रिहा हुए नरेश मीणा की फिर से मुसीबतें बढ़ गई है। एक बार फिर अपने उग्र स्वभाव के कारण उन्हें जेल हो गई। पुलिस ने नरेश को शनिवार को झालावाड़ में हुए स्कूल हादसे के बाद प्रदर्शन में गिरफ्तार कर लिया था, जहां उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। यहां से उन्हें एक बार फिर जेल भेज दिया गया है । दरअसल, राज कार्य बाधा के मामले में ACGM कोर्ट ने नरेश मीणा को जेल भेजा है। उनके खिलाफ झालावाड़ के मेडिकल कॉलेज के डीएन ने यह मामला दर्ज कराया था।
राज कार्य बाधा के मामले में फिर से नरेश को जेल
दरअसल, झालावाड़ में शुक्रवार को स्कूल हादसे के बाद नरेश मीणा अपने समर्थकों के साथ झालावाड़ मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहां उन्होंने जमकर प्रदर्शन कर जाम लगाया। इस मामले को लेकर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर संजय पोरवाल और अधीक्षक डॉक्टर अशोक शर्मा ने नरेश मीणा के खिलाफ राज कार्य बाधा का मामला दर्ज करवाया था। इसमें आरोप लगाया कि नरेश मीणा ने अस्पताल के कर्मचारियों के साथ हाथापाई की। साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मरीजों की परवाह किए बगैर हंगामा किया। इस मामले में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।
8 अगस्त तक नरेश मीणा को भेजा जेल
इधर, झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के डीन की शिकायत के बाद पुलिस ने नरेश मीणा और उनके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान उनकी पुलिस से तीखी झड़प भी हुई।इधर, नरेश मीणा और उनके साथियों को ACGM कोर्ट पेश किया गया, जहां न्यायाधीश मीनाक्षी व्यास ने नरेश और उनके साथियों को 8 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में हुए हंगामा के दौरान पुलिस ने उग्र भीड़ पर लाठी चार्ज भी किया था।
नरेश मीणा बोले, मैं तो न्याय की लड़ाई लड़ रहा था
इधर, न्यायिक रियासत में भेजे जाने के बाद नरेश मीणा ने चलते-चलते मीडिया से बातचीत की। इसमें उन्होंने कहा कि मैं तो झालावाड़ स्कूल हादसे के बाद अपनी जन क्रांति यात्रा बीच में छोड़कर बच्चों को न्याय दिलाने आया था। उनका कहा कि झालावाड़ के अस्पताल में धरना देने का मकसद केवल पीड़ितों को उचित मुआवजा दिलवाना था, लेकिन मेरा यह मकसद पूरा नहीं हो पाया। सरकार ने परिवार को उचित मुआवजा नहीं दिया है। बता दें कि नरेश मीणा ने मृतक बच्चों के परिवार को एक-एक करोड रुपए और घायलों के परिजनों को 50-50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की थी।