CM भजनलाल को गहलोत ने क्यों कह दिया ‘अनुभवहीन‘, कहा उनकी बातों को माइंड नहीं करना चाहिए

CM भजनलाल को गहलोत ने क्यों कह दिया ‘अनुभवहीन‘, कहा उनकी बातों को माइंड नहीं करना चाहिए
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जोधपुर : राजस्थान में सीएम भजनलाल और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच लगातार जुबानी जंग से सियासत गरमाई हुई हैं। इस बीच गहलोत ने सीएम पर फिर से बड़ा हमला करते हुए उन्हें अनुभवहीन बताया। उन्होंने जोधपुर में मीडिया से बातचीत में सीएम भजनलाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह पहली बार विधायक और सीधे मुख्यमंत्री बन गए, इसलिए उन्हें कई मामलों की जानकारी नहीं हैं। उनकी बातों को माइंड नहीं करना चाहिए। गहलोत ने यह बात सीएम भजनलाल के इमरजेंसी को लेकर दिए बयान पर पलटवार करते हुए कही हैं।

मुख्यमंत्री अनुभवहीन हैं, उनकी बातों को माइंड नहीं करना चाहिए

बीते चार-पांच दिनों से गहलोत के बयानों से प्रदेश की सियासत का पारा लगातार चढ़ा हुआ है। गहलोत एक के बाद एक सीएम भजनलाल पर कई बड़े हमले कर रहे हैं। इधर, जोधपुर में शुक्रवार को सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने एक बार फिर निशाना साधा। उन्होंने सीएम भजनलाल के इमरजेंसी को लेकर दिए गए बयान पर तीखा हमला किया। गहलोत ने सीएम को अनुभवहीन बताया। उन्होंने कहा कि ‘भजन लाल जी भजन करने वाले हैं, उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है। हम भी इमरजेंसी में जेल गए थे, लेकिन फर्क इतना है कि इंदिरा गांधी के दोबारा सत्ता में आने के बाद जब गिरफ्तारियां हुई, तब हम गिरफ्तार हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहली बार विधायक और सीधे मुख्यमंत्री बने हैं, इसलिए उन्हें कई मामलों की ज्यादा जानकारी नहीं हैं। इसलिए उनकी बातों को ज्यादा माइंड नहीं करना चाहिए।

संजीवनी घोटाले को लेकर गहलोत ने फिर छेड़ा राग

इधर, जोधपुर के सरदारशहर विधानसभा क्षेत्र में एक स्कूल के लोकार्पण समारोह को लेकर गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच जुबानी जंग छिड़ गई हैं। इस विवाद के बीच गहलोत ने एक बार फिर शेखावत पर ‘संजीवनी घोटाले‘ वाला बाण अपने तरकस से छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि संजीवनी घोटाला, मैं चाहूंगा वो यहां आकर अभी देखें, उनको चाहिए वो आगे आएं, हम लोग आपस में बात करें, अगर वह निर्दोष है, जैसा वो दावा करते हैं तो हमें खुशी होगी कि आप निर्दोष साबित हों। उन्होंने कहा कि हम लोग आपस में चर्चा करें और जो लोग पीड़ित बेचारे हैं, किसी के पचास लाख, अस्सी लाख, एक करोड़, पच्चीस लाख, कोई कल्पना नहीं कर सकते। ऐसे लोग जिनकी पूरी पेंशन की पेंशन गायब हो गई, गहने बेच के दे दिए, उधार दे दिए कि ब्याज अच्छा मिल जाएगा। वो तकलीफों में हैं, उन तकलीफों को हम हटाएं। हम चाहते हैं उनकी जो समस्या हैं, वो कैसे हल हो इसलिए हम चाहेंगे कि गजेंद्र सिंह शेखावत जी खुद बात करें।

शेखावत का भी गहलोत पर शायराना अंदाज में पलटवार

इधर, गहलोत के बयान पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी शायराना अंदाज में पलटवार किया। उन्होंने कहा कि ‘मुझे बदनाम करने से तुम्हारा काम बनता है, तो चलो एक एहसान हो तो सही‘। इस दौरान शेखावत ने कहा कि ‘अशोक गहलोत जी अपने पुत्र का राजनीतिक करियर बनाने के लिए संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी प्रकरण में मेरा नाम घसीटकर मुझे कलंकित करने के प्रयास में बुरी तरह असफल रहे हैं। उच्च न्यायालय ने भी मुझे दोषमुक्त माना है। गहलोत जी स्वयं भली-भांति जानते थे कि मैं निर्दोष हूं। मेरा एकमात्र ‘दोष’ यह है कि मेरे परिश्रम और जोधपुरवासियों के मुझसे अपार स्नेह से न केवल उनके पुत्र, बल्कि स्वयं उनकी राजनीति पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न खड़ा हो गया है।‘

Chief Editor

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