Jhalawar Accident : नरेश मीणा के बाद निर्मल चौधरी भी हिरासत में, झालावाड़ हादसा को लेकर जमकर लाठी चार्ज, जानिए लेटेस्ट अपडेट

जयपुर : राजस्थान के झालावाड़ में पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे के बाद अब जोरदार बवाल शुरू हो गया है। इस मामले में झालावाड़ में अस्पताल के बाहर धरना दे रहे नरेश मीणा और उनके समर्थक ग्रामीणों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस दौरान ग्रामीण और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई। इसके बाद पुलिस को बेकाबू भीड़ पर जमकर लाठी चार्ज करना पड़ा। इसमें ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों को काफी चोटें आई। इधर, छात्र नेता निर्मल चौधरी भी धरने में शामिल होने के लिए झालावाड़ जा रहे थे। इस बीच उन्हें भी कोटा में हिरासत में ले लिया गया है।
अस्पताल के बाहर तनातनी होने पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज
झालावाड़ जिले में हुए दर्दनाक हादसे में सात बच्चों की मौत ने प्रदेश के लोगों को झकझोर दिया है। इधर, जन क्रांति यात्रा निकाल रहे नरेश मीणा भी इस मामले को लेकर झालावाड़ पहुंचे, जहां वह ग्रामीणों के साथ अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे लोगों से मिलने पहुंचे। इस बीच पुलिस प्रशासन भी भारी जाब्ते के साथ मौके पर पहुंच गया। इस दौरान सरकार की ओर से कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचने पर आक्रोशित लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस और लोगों के बीच तीखी जड़प हो गई। भीड़ जब बेकाबू हुई तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों में जमकर भगदड़ मच गई।
नरेश मीणा के बाद निर्मल चौधरी को भी लिया पुलिस हिरासत में
इधर, आक्रोशित भीड़ को देखकर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। इसके बाद लोगों में भगदड़ मच गई। वहीं पुलिस ने नरेश मीणा और ग्रामीणों को हिरासत में ले लिया। इससे वहां तनाव का माहौल हो गया। इधर, राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष छात्र नेता निर्मल चौधरी भी नरेश मीणा का साथ देने के लिए झालावाड़ जा रहे थे। इस बीच कोटा में ही पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हैं हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। वहीं नरेश मीणा ने मुख्यमंत्री से शिक्षा मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है। इसके अलावा मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड रुपए और घायलों को 50-50 लख रुपए का मुआवजा दिलवाले की मांग उठाई है।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अस्पताल पहुंची
इधर, झालावाड़ में हुए दर्दनाक हादसे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और झालावाड़ के सांसद दुष्यंत सिंह अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने बच्चों से मुलाकात की। साथ ही अस्पताल प्रशासन से बच्चों के इलाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने पीड़ित परिवार के लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी हर संभव मदद की जाएगी।