हीरालाल नागर के गुस्से के आगेे कांप गया JEN, अब नहीं बचोगे तुम, जानिए क्यों आया मंत्री को गुस्सा
कोटा : राजस्थान के कोटा में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के सामने सरकारी स्कूल के नए भवन की ऐसी हकीकत सामने आई, जिसे देखकर मंत्री नागर का गुस्सा चढ़ गया। फिर क्या मंत्री ने अधिकारियों को मौके पर बुलाकर उनकी जमकर क्लास ले डाली। दरअसल, यह मामला कोटा जिले के दीगोद से सामने आया है, जहां ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर एक बार एक्शन में दिखेे। उन्होंने राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में निरीक्षण किया तो हैरान रह गए कि नवनिर्मित क्लास रूम में हाथ लगाते ही दीवार का प्लास्टर गिर गया।
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हीरालाल नागर ने प्लास्टर के हाथ लगाया तो नीचे गिर गया
राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को लेकर कुछ समय से एक्टिव नजर आ रहे हैं। इस बीच दीगोद के राजकीय स्कूल में निरीक्षण के लिए ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर पहुंचे, लेकिन हीरालाल नागर उस समय है कि जब उन्होंने नवनिर्मित क्लास रूम का निरीक्षण किया और वहां की गुणवत्ता को जांची। उन्होंने दीवार पर हाथ लगाया तो दीवार से प्लास्टर नीचे गिर गया। प्लास्टर में सीमेंट ही नहीं थी।घटिया निर्माण कार्य को देखकर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर नाराज हो गए और उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को बुलाकर लताड़ लगाई।
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अधिकारियों से कहा, भ्रष्टाचार करोगे तो नहीं बचोगे
क्लास रूम में घटिया निर्माण कार्य को देखकर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर बेहद नाराज नजर आए। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के कनिष्ठ अभियंता को तत्काल मौके पर बुलाया, जहां उन्होंने जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि घटिया सामग्री का उपयोग होने के बावजूद भी स्कूल प्रशासन को यह क्लासरूम कैसे हैंडओवर कर दिया गया। निर्माण कार्य को लेकर कोई निरीक्षण नहीं किया गया। इस पर एसडीएम भी बोल उठे कि अभियंता मामले की लीपापोती कर रहे हैं। यह सुनकर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कड़े शब्दों में वहां अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि भ्रष्टाचार किया तो कोई भी नहीं बचेगा।
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घटिया निर्माण को लेकर एसडीएम भी कर चुके हैं कार्रवाई
बता दें कि एसडीएम भी यहां के निर्माण कार्य का पहले ही निरीक्षण कर चुके हैं, जहां उन्होंने पाया तक कि घटिया सामग्री का निर्माण कार्य में उपयोग किया गया है। इसको लेकर उन्होंने समसा को पत्र लिखा और साथ में कारण बताओं नोटिस भी जारी किया। इस पर जिला स्तरीय सक्षम कमेटी ने कार्रवाई करते हुए मैसर्स साबरी कंस्ट्रक्शन कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने की सिफारिश की है। इसके बावजूद अधिकारियों ने मामले में लीपा पोती करते हुए स्कूल को क्लासरूम हैंडओवर कर दिए।
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