Ashok Gahlot : काम पूरा करवा दीजिए, भले आप उद्घाटन कर देना, गहलोत का CM को यह पत्र क्यों आया सुर्खियों में

Ashok Gahlot : काम पूरा करवा दीजिए, भले आप उद्घाटन कर देना, गहलोत का CM को यह पत्र क्यों आया सुर्खियों में
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जयपुर: पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सीएम भजन लाल को लिखा गया एक पत्र सियासत की सुर्खियों में है। इसमें गहलोत ने सीएम को कह डाला कि भले ही कांग्रेस ने जोधपुर में कई योजनाओं को लाई, लेकिन वह अभी अधूरी है। इसलिए आप इन्हें जल्दी पूरा करवाकर, चाहें आप खुद इनका उद्घाटन कर दीजिएगा। इसमें कोई आपत्ति नहीं। इससे इन योजनाओं पर आपकी सरकार का नाम भी हो जाएगा, लेकिन इन कामों से आमजन को फायदा तो मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह किसी राजनीतिक तुलना की मंशा से नहीं बल्कि जनहित के आग्रह के तहत यह पत्र लिख रहे हैं।

काम पूरा करवा दीजिए, भले आप उद्घाटन कर देना: गहलोत

बीते दिनों पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर में अपनी विधानसभा सरदारपुरा पहुंचे, जहां चार दिनों के प्रवास के बाद उन्होंने सीएम भजनलाल को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने आग्रह किया कि जोधपुर में कांग्रेस सरकार ने कई जन कल्याण के कार्य शुरू किए थे। इनमें कई काम पूरे हो चुके हैं और कहीं अधूरे हैं। उन्होंने सीएम से कहा कि भले ही आप इन कार्यों का उद्घाटन कर दीजिए, लेकिन इन कामों को जल्द पूरा करवाए, ताकि आमजन को इसका फायदा मिल सके। गहलोत ने पत्र में लिखा है कि सरकारें जब निरंतरता और दूर दृष्टि के साथ काम करती हैं तभी जनता का लोकतंत्र में विश्वास और गहरा होता है।

गहलोत ने इन सात अहम योजनाओं का दिया हवाला

पत्र में गहलोत ने जोधपुर की सात अहम योजनाओं का जिक्र करते हुए उनकी वर्तमान स्थिति और अड़चनों की जानकारी दी हैं। इनमंे स्टेट स्पोर्ट्स आवासीय सेंटर एयरफोर्स स्टेशन के पास करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से बना यह केंद्र लगभग तैयार है। कोर्ट, ट्रैक पूरी तरह उपयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन स्वीमिंग पूल और इंडोर हॉल का काम बचा है। हॉस्टल का हैंडओवर भी नहीं हुआ है। चैनपुरा स्टेडियम निर्माण कार्य अधूरा है और ट्रैक जैसी सुविधाएं उपयोग न होने से खराब हो रही हैं। गुणवत्ता को लेकर भी शिकायतें मिली हैं।

इसी तरह सुमेर लाइब्रेरी भवन का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन बजट स्वीकृति नहीं होने से संचालन शुरू नहीं हो पाया। मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी 500 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में भवन निर्माण की गति बेहद धीमी है। कुलसचिव का कार्यालय अब भी तीन कमरों से चल रहा है। राजकीय आयुर्वेद नर्सिंग प्रशिक्षण केन्द्र (मगरा पूंजला) ऑडिटोरियम पर 7 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं, लेकिन फिनिशिंग नहीं हुई। सूचना केंद्र और मिनी ऑडिटोरियम भी उपयोग में नहीं हैं। एमडीएम अस्पताल में 81 करोड़ की देनदारी के कारण जरूरी उपकरणों की आपूर्ति रुकी है। अन्य जिला अस्पतालों में डॉक्टरों के पद खाली हैं और उपकरणों की आपूर्ति में विलंब है।

मनीष बागड़ी, Chief Editor

पॉलिटिकल आर्टिकल्स लिखना पसंद है, पत्रकारिता में 20 वर्ष से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में नवभारत टाइम्स (NBT) में 'स्टेट पॉलिटिकल आर्टिकल्स' लिखता हूं, पत्रकारिता के इस सफर में राजस्थान पत्रिका, A1टीवी, न्यूज़ इंडिया, Network 10, हर खबर न्यूज़ चैनल जैसी न्यूज़ प्लेटफार्म पर भी कार्य किया है। Follow us - www.thepoliticaltimes.live
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