जयपुर : राजस्थान में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind singh Dotasara) के स्पीकर पर दिए गए बयान के बाद सियासत में भूचाल आ गया है। इधर, डोटासरा के बयान पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ (Madan Rathor) ने भी तीखा हमला किया हैं। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि स्पीकर तो विधानसभा का बाप होता हैं, उन्होंने डोटासरा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो जैसा होता है, वह दूसरों के लिए भी वैसा ही सोचता है। बता दें कि डोटासरा ने शनिवार को स्पीकर देवनानी को लेकर विवादित बयान दिया। इसके बाद सियासत में खलबली मची हुई है।
प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के स्पीकर वासुदेव देवनानी (Vasudev Davnani) पर दिए गए विवादित बयान के बाद बीजेपी में जमकर आक्रोश दिखाई दे रहा है। इसको लेकर भाजपा के नेताओं की कई तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। इधर, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डोटासरा को जमकर आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि स्पीकर को लेकर जो बयान दिया गया हैं, वह बेहद निंदनीय है और शर्मनाक हैं। उन्होंने स्पीकर का बचाव करते हुए कहा कि स्पीकर सम्मानीय पद होता हैं। विधानसभा का गार्जियन होता हैं, बाप होता हैं। एक तरह से पिता की तरह व्यवहार करता हैं, आप उनके ऊपर आरोप लगा रहे हैं। वह बहन बेटियों पर क्या नजर रखेंगे?
डोटासरा के स्पीकर पर महिला विधायकों को कैमरे से देखने के आरोप का जवाब देते हुए राठौड़ ने कहा कि डोटासरा का यह बयान काफी निंदनीय और शर्मनाक हैं। उन्होंने कहा कि जो जैसा होता हैं, वह वैसा ही सोचता है। जिसका व्यक्ति का जीवन जैसा होता है, वह दूसरों के बारे में भी इस तरह से संदेह करता है। यह बहुत बुरी बात है। उन्होंने कहा कि स्पीकर के पद का सम्मानजनक स्थान हैं। उसके बारे में ऐसी बात कह देना, अपने परिवार के मुखिया के बारे में यह बात करना दोनों ही बराबर हैं।
कांग्रेस के नेताओं ने बताया था, मर्दों का प्रदेश
डोटासरा के आरोपों पर मदन राठौड़ जमकर बरसे। उन्होंने हमला करते हुए कहा कि डोटासरा शायद भूल गए हैं कि इसी विधानसभा में उनके वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि राजस्थान मर्दों का प्रदेश है, उनकी सरकार के समय राजस्थान महिला अपराध में नंबर वन पहुंच गया था। अब इस तरह के अनर्गल बयानबाजी करके यह नेता केवल सुर्खियां बटोर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दे नहीं है, वह विधानसभा में पूरी तरह फेल साबित हुई है, इसलिए इस तरह के हंगामा कर यह ध्यान भटकना चाह रही है।
बता दें कि मानसून सत्र के दौरान एक्स्ट्रा कैमरे लगाए जाने को लेकर लगातार बवाल बढ़ता जा रहा है। इस दौरान शनिवार को विधानसभा स्पीकर को लेकर दिए गए डोटासरा के बयान ने प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि स्पीकर साहब! रेस्ट रूम में बैठकर महिला विधायकों को देखते हैं, उनके कपड़े देखते हैं, देखते है कि कैसी स्थिति मेें बैठी है। विधानसभा अध्यक्ष का फोकस महिला विधायकों पर होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा स्पीकर यह देखते हैं कि महिलाएं क्या बातें कर रही है?
उन्होंने आगे कहा कि यह बड़ी शर्मनाक बात है कि एक संवैधानिक पद पर बैठा हुआ आदमी, हमारी प्रतिपक्ष की बहनों पर कैमरे लगाकर अपने रेस्ट रूम में एक्सेस अपने पास रखता है और महिलाओं पर अपना फोकस रखता हैं। उन्होंने कहा कि डूब के मर जाना चाहिए, ऐसे व्यक्ति को। बता दें कि विधानसभा में लगाए गए एक्स्ट्रा कैमरे को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली राज्यपाल से भी मिले और उन्होंने विधानसभा को सील कर उसकी जांच करवाने की मांग की।
पॉलिटिकल आर्टिकल्स लिखना पसंद है, पत्रकारिता में 20 वर्ष से अधिक का अनुभव है। वर्तमान में नवभारत टाइम्स (NBT) में 'स्टेट पॉलिटिकल आर्टिकल्स' लिखता हूं, पत्रकारिता के इस सफर में राजस्थान पत्रिका, A1टीवी, न्यूज़ इंडिया, Network 10, हर खबर न्यूज़ चैनल, दैनिक रिपोर्टर्स.com जैसे न्यूज़ प्लेटफार्म पर भी कार्य किया है।
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